Haryana Darshan: हरियाणा में किसानों का जोरदार विरोध: ट्रैक्टर मार्च से सरकार को चेतावनी 🚜
Haryana Darshan: हरियाणा के पानीपत में सोमवार को भारतीय किसान यूनियन की युवा शाखा ने अपने अधिकारों के लिए एक विशाल ट्रैक्टर मार्च निकाला। इस मार्च में किसान अपनी प्रमुख मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ आक्रोशित थे। किसानों का मुख्य उद्देश्य MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) गारंटी कानून की लागू करने की मांग करना था, जो आज भी उनकी प्रमुख चिंता बनी हुई है।
ट्रैक्टर मार्च का आयोजन और सुरक्षा इंतजाम 🛡️
ट्रैक्टर मार्च पानीपत के इसराना क्षेत्र में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश प्रवक्ता मनोज जागलान के नेतृत्व में निकाला गया। यह मार्च पानीपत गोहाना रोड स्थित डाहर टोल से शुरू हुआ। किसानों ने अपनी आवाज को मजबूती से उठाया और सरकार से उनकी जायज मांगों पर ध्यान देने की अपील की।
पानीपत जिले के प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए थे ताकि कानून व्यवस्था बनाए रखी जा सके। प्रशासन की ओर से किसानों के विरोध प्रदर्शन को शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए थे।
किसान नेताओं का आक्रोश और स्थिति की गंभीरता 💥
किसान नेता मनोज जागलान ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उनकी प्रमुख मांगें पूरी नहीं हो रही हैं। किसानों का कहना है कि MSP गारंटी कानून को लागू किया जाए ताकि वे अपनी फसलों का उचित मूल्य प्राप्त कर सकें। आंदोलन के दौरान खनौरी बॉर्डर पर भूख हड़ताल पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत बिगड़ने की खबरें आई हैं, जिससे आंदोलन की स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
मनोज जागलान ने यह भी कहा कि सरकार इस मुद्दे पर गहरी नींद में सो रही है, और अगर उनकी मांगों को जल्द स्वीकार नहीं किया जाता तो वे अपनी आवाज और मजबूत तरीके से उठाएंगे।
किसान संगठनों का विरोध और भविष्य की रणनीति 🔥
किसान नेताओं ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि डल्लेवाल की हालत गंभीर होती है या वे शहीद हो जाते हैं, तो उनका आंदोलन राष्ट्रीय स्तर पर और ज्यादा ताकत से चलाया जाएगा। इस दौरान, किसान संगठन ने इसराना SDM को एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें उनकी प्रमुख मांगें और आंदोलन के उद्देश्यों को रखा गया।
अंबाला में भी किसानों का विरोध प्रदर्शन 🚜
पानीपत के बाद अंबाला में भी किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला। यह मार्च अंबाला शहर की नई अनाज मंडी से शुरू होकर मानव चौक, अग्रसेन चौक, पॉलिटेक्निक चौक, कालका चौक, सिविल चौक होते हुए फिर से नई अनाज मंडी में समाप्त हुआ। किसानों ने इस प्रदर्शन के दौरान सरकार से अपनी मांगों को शीघ्र मानने की अपील की।
किसानों की प्रमुख मांगें और सरकार पर दबाव 💬
किसान नेताओं ने कहा कि उनकी मांगें बिल्कुल जायज हैं, लेकिन सरकार अभी तक उन पर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठा रही है। इस वक्त उनकी सबसे अहम मांग MSP गारंटी कानून को लेकर है, जो किसानों के लिए जीवनदायिनी साबित हो सकता है।